Yamuna Bridge Delhi: दिल्ली वासियों के लिए एक अच्छी खबर निकल कर सामने आई है! जी हाँ… गाजियाबाद और पुरानी दिल्ली को जोड़ने वाली यमुना नदी पर निर्माणाधीन रेलवे पुल पर अब ट्रैक बिछाने का काम शुरू हो गया है। बता दे की अगले 3 महीने में इससे ट्रेनें गुजरने लगेंगी। इससे रेलवे ट्रैफिक की राह में बाधा नहीं बनेगी। इसके साथ ही करीब 150 साल पुराना लोहे का पुल इतिहास बन जाएगा।
बताते चलें की अंग्रेजों के जमाने में करीब 1866 में यमुना पर पुराने लोहे के पुल का निर्माण हुआ था। इससे दिल्ली-कोलकाला रूट की ट्रेनों की आवाजाही होती थी। निर्माण के समय इसकी आयु 80 साल तय की गई थी, लेकिन अज्ज 160 होने को है, कोई वैकल्पिक इंतजाम न होने से अभी भी इससे ट्रेनें गुजरती हैं। रोजाना करीब 150 ट्रेनों की आवाजाही होती है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि ट्रैक बिछाने का काम शुरू हो गया है। पुल के दोनों ओर नए ट्रैक को पुरानी रेलवे लाइन से जोड़ दिया जाएगा। इस काम में थोड़ा समय लगेगा। ऐसे में पूरी तरह से निर्माण कार्य नवंबर तक पूरा हाेने की उम्मीद है। इसके बाद पुराने लोहे के पुल को रेलवे के लिए बंद कर दिया जाएगा।
मालूम हो की पुराना लोहे का पुल दो मंजिला है। इसके ऊपरी हिस्से पर ट्रेनें गुजरती हैं, जबकि नीचे की सड़क पर गाड़ी का परिचालन होता था। अब नया पुल बनने के बाद रेलवे अपना ट्रैफिक उस पर शिफ्ट देगा। वहीं, नीचे का हिस्सा वाहनों के लिए खुला रहेगा।