Indo-Nepal Border Road : आप सभी को पता ही होगा कि भारत-नेपाल के बीच रिश्ते की डोर काफी मजबूत है। रिश्ते इतना मजबूत कि दोनों देश के लोग एक दूसरे में कोई अंतर महसूस नहीं करते। यह रोटी-बेटी के मजबूत संबंध का ही नतीजा है. ऐसे में भारत और नेपाल के बीच काफी लोग भ्रमण करने आते हैं। इसी को देखते हुए भारत सरकार ने बेहतर सड़क बनाने का निर्णय लिया है।
आपको बता दे की केंद्र सरकार के द्वारा इंडो-नेपाल बॉर्डर (Indo-Nepal Border Road) तक शानदार सड़क का निर्माण किया जा रहा है। यह कार्य को 2024 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। खासकर, इस रोड के जरिए बिहार के 7 जिलों को सीधे तौर पर लाभ होने वाला है। इसके साथ ही 3 राज्यों से सीधा कनेक्शन हो जाएगा। जिसमे उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल है।
आपको बता दे की बिहार में इंडो-नेपाल बॉर्डर सड़क (Indo-Nepal Border Road) के करीब 375Km हिस्से का निर्माण करीब 2300 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। हालांकि, सड़क के 178Km हिस्से का निर्माण पहले ही पूरा किया जा चुका है। इस लिहाज से इस सड़क की कुल लंबाई 552Km होगी।
जानकारी के मुताबिक, इंडो-नेपाल बॉर्डर सड़क (Indo-Nepal Border Road) का निर्माण साल 2013 से जारी था, इसके बाद कार्य में काफी सुस्ती देखी गई, लेकिन वर्तमान में कार्य को तेजी से करने की तैयारी चल रही है। अब महज फिनिशिंग का कार्य शेष है। अगर, समय सीमा में काम पूरा होता है तो इसके दिसंबर तक खुलने के अनुमान हैं।
बिहार के इन 7 जिलों से गुजरेगी इंडो-नेपाल बॉर्डर सड़क
- पश्चिमी चंपारण
- सीतामढ़ी
- मधुबनी
- सुपौल
- अररिया
- किशनगंज
- पूर्वी चंपारण